1. किसानों का दिल्ली चलो मार्च फिर शुरू-    विफल वार्ता के बावजूद, किसानों ने दिल्ली चलो मार्च फिर से शुरू करने का संकल्प लिया। सरवन सिंह पंधेर ने सरकार को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।

2. वार्ता विफलता के बीच तनाव बढ़ा-    किसानों द्वारा सरकार के प्रस्ताव को अस्वीकार करने के कारण वार्ता विफल हो गई। सरवन सिंह पंधेर भविष्य के विकास के लिए सरकार को जिम्मेदार मानते हैं।

3. व्यापक कृषि सुधारों की मांग-    किसान स्वामीनाथन आयोग के अनुरूप सभी फसलों पर एमएसपी की मांग करते हैं। कृषि अधिकारों के लिए विधायी गारंटी पर जोर।

4. सरवन सिंह पंढेर का सरकारी जवाबदेही का आह्वान-    पंधेर विरोध परिणामों के लिए सरकार की जिम्मेदारी पर जोर देते हैं। सरकार के कार्यों के परिणामों की चेतावनी दी।

5. सरकारी प्रस्तावों और किसानों की मांगों के बीच अंतर-    सरकार ने सीमित एमएसपी खरीद का प्रस्ताव रखा, जो किसानों की उम्मीदों से कम है। मनमुटाव बरकरार रहने के कारण गतिरोध जारी है।